नई दिल्ली: इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की मिडकैप कंपनी Afcons Infrastructure Limited के स्टॉक पर शुक्रवार को निवेशकों की नज़र रहने वाली है. इसका कारण यह है कि कंपनी को सिविल और उससे मिलते जुलते इंफ्रास्ट्रक्चर काम के लिए लगभग 576 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है. इस ख़बर के बाद स्टॉक पर निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ सकती है. गुरुवार को भी यह स्टॉक बढ़त के साथ बंद हुआ था.
कंपनी को मिला ऑर्डरशापूरजी पलोनजी समूह की कंपनी, एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने गुरुवार, 9 अक्टूबर को बताया कि उसे लगभग 576 करोड़ रुपये (जीएसटी सहित) का एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है. यह कॉन्ट्रैक्ट सिविल और उससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के काम के लिए है, जो कंपनी के नियमित कारोबार का हिस्सा है.
कॉर्पोरेट मिनिस्ट्री से मिला इंस्पेक्शन लेटरएक दूसरी रेग्यूलेटरी फाइलिंग में, कंपनी ने कहा कि उसे कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 206(5) के तहत कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक (पश्चिमी क्षेत्र) से एक इंस्पेक्शन लेटर मिला है.
कंपनी ने कहा कि यह निरीक्षण 2024 में क्षेत्रीय निदेशक द्वारा शुरू की गई समीक्षा का जारी हिस्सा है. इस चल रहे निरीक्षण का उल्लेख कंपनी के 29 अक्टूबर, 2024 के प्रॉस्पेक्टस में पहले ही रिस्क फैक्टर के रूप में किया गया था.
क्षेत्रीय निदेशक के मौजूदा लेटर में अब और भी प्रोजेक्ट्स शामिल हैं और निरीक्षण अवधि को केवल वित्त वर्ष 2018-19 से वित्त वर्ष 2022-23 तक के बजाय वित्त वर्ष 2024-25 तक बढ़ा दिया गया है. अधिकारी कंपनी से इन अतिरिक्त प्रोजेक्ट के लिए कुछ संभावित नियम उल्लंघनों और अकाउंटिंग से संबंधित मुद्दों को स्पष्ट करने का अनुरोध कर रहे हैं.
गोल्डमैन सैक्स की भी हिस्सेदारीइंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की इस कंपनी में विदेशी निवेशक गोल्डमैन सैक्स का भी दांव है और उनके पास कंपनी की हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, गोल्डमैन सैक्स के पास जून 2025 तक गोल्डमैन सैक्स इंडिया इक्विटी पोर्टफोलियो की मदद से कंपनी की 1.24 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.
क्या करती है कंपनी?एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर भारत, अफ्रीका और मध्य पूर्व में कई प्रकार के कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स पर काम करता है. इनमें समुद्री प्रोजेक्ट्स, हाईवे, पुल, मेट्रो सिस्टम, बिजली प्लांट, सुरंगें, तेल और गैस सुविधाएँ, एलएनजी भंडारण टैंक और अन्य सामान्य सिविल इंजीनियरिंग कार्य शामिल हैं.
कंपनी को मिला ऑर्डरशापूरजी पलोनजी समूह की कंपनी, एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने गुरुवार, 9 अक्टूबर को बताया कि उसे लगभग 576 करोड़ रुपये (जीएसटी सहित) का एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है. यह कॉन्ट्रैक्ट सिविल और उससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के काम के लिए है, जो कंपनी के नियमित कारोबार का हिस्सा है.
कॉर्पोरेट मिनिस्ट्री से मिला इंस्पेक्शन लेटरएक दूसरी रेग्यूलेटरी फाइलिंग में, कंपनी ने कहा कि उसे कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 206(5) के तहत कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक (पश्चिमी क्षेत्र) से एक इंस्पेक्शन लेटर मिला है.
कंपनी ने कहा कि यह निरीक्षण 2024 में क्षेत्रीय निदेशक द्वारा शुरू की गई समीक्षा का जारी हिस्सा है. इस चल रहे निरीक्षण का उल्लेख कंपनी के 29 अक्टूबर, 2024 के प्रॉस्पेक्टस में पहले ही रिस्क फैक्टर के रूप में किया गया था.
क्षेत्रीय निदेशक के मौजूदा लेटर में अब और भी प्रोजेक्ट्स शामिल हैं और निरीक्षण अवधि को केवल वित्त वर्ष 2018-19 से वित्त वर्ष 2022-23 तक के बजाय वित्त वर्ष 2024-25 तक बढ़ा दिया गया है. अधिकारी कंपनी से इन अतिरिक्त प्रोजेक्ट के लिए कुछ संभावित नियम उल्लंघनों और अकाउंटिंग से संबंधित मुद्दों को स्पष्ट करने का अनुरोध कर रहे हैं.
गोल्डमैन सैक्स की भी हिस्सेदारीइंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की इस कंपनी में विदेशी निवेशक गोल्डमैन सैक्स का भी दांव है और उनके पास कंपनी की हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, गोल्डमैन सैक्स के पास जून 2025 तक गोल्डमैन सैक्स इंडिया इक्विटी पोर्टफोलियो की मदद से कंपनी की 1.24 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.
क्या करती है कंपनी?एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर भारत, अफ्रीका और मध्य पूर्व में कई प्रकार के कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स पर काम करता है. इनमें समुद्री प्रोजेक्ट्स, हाईवे, पुल, मेट्रो सिस्टम, बिजली प्लांट, सुरंगें, तेल और गैस सुविधाएँ, एलएनजी भंडारण टैंक और अन्य सामान्य सिविल इंजीनियरिंग कार्य शामिल हैं.
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