भारतीय शेयर बाजार में इस समय आईपीओ की बूम है। कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने बीते एक हफ्ते में 13 कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दी है। यह दर्शाता है कि निवेशकों का रुझान आईपीओ मार्केट की ओर लगातार बढ़ रहा है और कंपनियां भी पूंजी जुटाने के इस मौके का पूरा लाभ उठाना चाहती हैं।
Urban Company का बड़ा आईपीओइस सूची में सबसे चर्चित नाम अर्बन कंपनी का है, जिसने इस साल की शुरुआत में 1900 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर दाखिल किया था। इस ऑफर में 429 करोड़ रुपये का प्राइमरी इश्यू और 1471 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। ओएफएस के जरिए इसके प्रमुख निवेशक एक्सेल, एलिवेशन कैपिटल, टाइगर ग्लोबल और वी कैपिटल अपनी हिस्सेदारी घटाएंगे। कंपनी ने पहले 3000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में इसे घटाकर 1900 करोड़ रुपये कर दिया।
boAt की तैयारीलोकप्रिय कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और वियरेबल ब्रांड boAt की पेरेंट कंपनी इमेजिन मार्केटिंग को भी सेबी की हरी झंडी मिल गई है। कंपनी 900 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी और 1100 करोड़ रुपये का ओएफएस लाएगी। boAt ने जनवरी 2022 में पहली बार आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर दाखिल किया था, लेकिन अब वह नई ऊर्जा के साथ बाजार में उतर रही है।
ऊर्जा और इंफ्रा सेक्टर के खिलाड़ीएनर्जी सेक्टर से जुनिपर ग्रीन एनर्जी को भी मंजूरी मिली है, जो 3000 करोड़ रुपये के सार्वजनिक निर्गम की योजना बना रही है। यह इश्यू पूरी तरह से नए शेयरों का होगा। वहीं, इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी रवि इंफ्राबिल्ड प्रोजेक्ट्स 1100 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। इस रकम का इस्तेमाल कंपनी अपने कर्ज चुकाने और नए उपकरण खरीदने में करेगी।
अन्य प्रमुख मंजूरियांइसके अलावा केएसएच इंटरनेशनल को 745 करोड़ रुपये के आईपीओ की मंजूरी मिली है, जिसमें 420 करोड़ रुपये के नए शेयर और 325 करोड़ रुपये का ओएफएस शामिल है। ओमनीटेक इंजीनियरिंग 850 करोड़ रुपये का आईपीओ लाएगी, जिसमें 520 करोड़ रुपये के नए शेयर और 330 करोड़ रुपये का ओएफएस शामिल है।
रिसाइक्लिंग, लॉजिस्टिक्स और फार्मा सेक्टरजैन रिसोर्स रिसाइक्लिंग 2000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। वहीं, ओम फ्राइट फॉवर्डर्स 25 करोड़ रुपये के नए शेयर और 72.5 लाख शेयरों का ओएफएस लाएगी। फार्मा सेक्टर की बात करें तो अल्केम लाइफसाइंसेज ने भी सेबी से मंजूरी हासिल की है। कंपनी 190 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें ओएफएस भी शामिल होगा।
बाकी कंपनियां भी कतार मेंइसके अलावा कोरोना रेमेडीज, पेस डिजीटेक, मौरी टेक, और प्रायोरिटी ज्वैल्स को भी आईपीओ लाने की मंजूरी मिल चुकी है। इनमें पेस डिजीटेक करीब 900 करोड़ रुपये और मौरी टेक 1500 करोड़ रुपये तक जुटाने की तैयारी कर रही हैं।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
Urban Company का बड़ा आईपीओइस सूची में सबसे चर्चित नाम अर्बन कंपनी का है, जिसने इस साल की शुरुआत में 1900 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर दाखिल किया था। इस ऑफर में 429 करोड़ रुपये का प्राइमरी इश्यू और 1471 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। ओएफएस के जरिए इसके प्रमुख निवेशक एक्सेल, एलिवेशन कैपिटल, टाइगर ग्लोबल और वी कैपिटल अपनी हिस्सेदारी घटाएंगे। कंपनी ने पहले 3000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में इसे घटाकर 1900 करोड़ रुपये कर दिया।
boAt की तैयारीलोकप्रिय कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और वियरेबल ब्रांड boAt की पेरेंट कंपनी इमेजिन मार्केटिंग को भी सेबी की हरी झंडी मिल गई है। कंपनी 900 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी और 1100 करोड़ रुपये का ओएफएस लाएगी। boAt ने जनवरी 2022 में पहली बार आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर दाखिल किया था, लेकिन अब वह नई ऊर्जा के साथ बाजार में उतर रही है।
ऊर्जा और इंफ्रा सेक्टर के खिलाड़ीएनर्जी सेक्टर से जुनिपर ग्रीन एनर्जी को भी मंजूरी मिली है, जो 3000 करोड़ रुपये के सार्वजनिक निर्गम की योजना बना रही है। यह इश्यू पूरी तरह से नए शेयरों का होगा। वहीं, इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी रवि इंफ्राबिल्ड प्रोजेक्ट्स 1100 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। इस रकम का इस्तेमाल कंपनी अपने कर्ज चुकाने और नए उपकरण खरीदने में करेगी।
अन्य प्रमुख मंजूरियांइसके अलावा केएसएच इंटरनेशनल को 745 करोड़ रुपये के आईपीओ की मंजूरी मिली है, जिसमें 420 करोड़ रुपये के नए शेयर और 325 करोड़ रुपये का ओएफएस शामिल है। ओमनीटेक इंजीनियरिंग 850 करोड़ रुपये का आईपीओ लाएगी, जिसमें 520 करोड़ रुपये के नए शेयर और 330 करोड़ रुपये का ओएफएस शामिल है।
रिसाइक्लिंग, लॉजिस्टिक्स और फार्मा सेक्टरजैन रिसोर्स रिसाइक्लिंग 2000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। वहीं, ओम फ्राइट फॉवर्डर्स 25 करोड़ रुपये के नए शेयर और 72.5 लाख शेयरों का ओएफएस लाएगी। फार्मा सेक्टर की बात करें तो अल्केम लाइफसाइंसेज ने भी सेबी से मंजूरी हासिल की है। कंपनी 190 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें ओएफएस भी शामिल होगा।
बाकी कंपनियां भी कतार मेंइसके अलावा कोरोना रेमेडीज, पेस डिजीटेक, मौरी टेक, और प्रायोरिटी ज्वैल्स को भी आईपीओ लाने की मंजूरी मिल चुकी है। इनमें पेस डिजीटेक करीब 900 करोड़ रुपये और मौरी टेक 1500 करोड़ रुपये तक जुटाने की तैयारी कर रही हैं।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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