पुराने समय में गाड़िया नहीं हुआ करती थी तब लोग यहाँ वहां आने जाने के लिए जानवरो का इस्तेमाल करते थे और वो जानवर घोडा हुआ करता था घोड़े के की घुड़सवारी करना तो लोग आज भी बहुत पसंद करते है लेकिन सिर्फ शौक के लिए क्योकि आज के युग में गाड़ियों ने जगह लेली है कही आने जाने के लिए समय बचता है।
पहले सिर्फ घोड़ो का इस्तेमाल इसीलिए किया जाता था क्योकि घोड़े बहुत तेज़ दौड़ते है और वो अपनी आखिरी सांस तक दौड़ते है घोड़े देखने में बहुत ही सुन्दर होते है लेकिन कुछ घोड़े देखने में इतने सुन्दर होते है की नज़र हटा पाना नामुमकिन सा हो जाता है इसीलिए उन घोड़ो को स्वर्ग का घोडा कहा जाता है आइये जानते है कौन सी है वो घोड़े की नस्ल जिन्हे स्वर्ग का घोडा कहा जाता है
अखल टेकेइस घोड़े की नस्ल केवल तुर्कमेनिस्तान में पाए ही जाते हैं इन घोड़ो की चमड़ी इतनी चमकदार होती है किसी इस्पे पड़ने वाली रौशनी रिफ्लेक्ट करती है और आँखों को चमचमा देती है इसीलिए इस नस्ल के घोड़े का नाम अखल टेके है।
अखल टेके अपने धैर्य और समझदारी के लिए भी प्रसिद्ध हैंये घोड़े सिर्फ देखने मात्रा के सुन्दर नहीं है इन घोड़ो में बहुत ही खाशियत है ये काफी शांत किस्म के होते है और इनकी गति तो बहुत तेज़ होती है ये दिमाग से भी काफी समझदार घोड़े है। लेकिन इनको लेकर एक बहुत ही बुरी खबर है इन घोड़ो की प्रजाति समाप्त हो रही है विकिपीडिआ के अनुसार अब ये सिर्फ 6600 ही रह गए है तथा दूसरी अन्य साइट्स पर 2000 ही बताई जा रही है।
स्पोर्ट्स हॉर्सये घोड़े काफी शक्तिशाली होते है और तेज़ गति भी इसीलिए इन घोड़ो को रेसिंग में इस्तेमाल किया जाता है पहली बार इन्हे रोम में हुए ओलम्पिक खेलो में दौड़ाया गया था।
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