रांची, 23 अक्टूबर . Jharkhand की राजधानी में 24-26 अक्टूबर के बीच चौथी सैफ सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन होगा. रांची ने इसकी मेजबानी के लिए तैयारी लगभग पूरी कर ली है.
उद्घाटन समारोह 24 अक्टूबर को शाम 6 बजे से मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में होगा. Jharkhand में इस आयोजन को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला है.
सैफ सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में छह साउथ एशियन देश हिस्सा लेंगे, जिनमें India के अलावा बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव और श्रीलंका शामिल हैं. इन देशों के शीर्ष एथलीट रांची पहुंच चुके हैं.
संवाददाता सम्मलेन में Jharkhand के खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के मंत्री सुदिव्य कुमार ने आयोजन को लेकर खुशी जताते हुए कहा, “करीब एक दशक के बाद Jharkhand को किसी बड़े खेल के आयोजन की मेजबानी का मौका मिला है. इस चौथे सैफ सीनियर चैंपियनशिप में Jharkhand को ख्याति मिले, भारतवर्ष को ख्याति मिले. ये दौरा यहां आने वाली विदेशी टीमों लिए यादगार हो. हमने इसी क्रम में प्रयास किया है, ताकि बेहतर आयोजन हो सके.”
उन्होंने कहा, “Friday से इसका शुभारंभ होगा. मुझे बहुत खुशी है कि खेलों के लिहाज से इस महाकुंभ में हमारे देश के पांच मशहूर खिलाड़ी यहां मौजूद हैं, जो निश्चित रूप से हमारे खिलाड़ियों को मोटिवेट करने का काम करेंगे. परमजीत सिंह, समरदीप, साक्षी, आनंद और अभिषेक राष्ट्रीय स्तर के एथलीट हैं, जिन्होंने देश का नाम रोशन किया है.”
इस प्रतियोगिता में कुल 205 एथलीट भाग ले रहे हैं. अधिकारियों को मिलाकर 291 सदस्यों का दल इसमें हिस्सा ले रहा है. कुल 37 इवेंट में पदकों के लिए Friday से जोर आजमाइश शुरू होगी. Friday शाम प्रतियोगिता का उद्घाटन Chief Minister हेमंत सोरेन करेंगे.
सैफ सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप से खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करने का मौका मिलेगा. उम्मीद की जा रही है कि इससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और उनके प्रदर्शन में निखार आएगा. इस चैंपियनशिप में मिला अनुभव खिलाड़ियों को बड़े टूर्नामेंट्स में बेहतर प्रदर्शन की नींव रखेगा.
–
आरएसजी
You may also like
सोनभद्र की पंचमुखी पहाड़ी के गुफाओं में अनसुलझे रहस्य, आज तक कोई नहीं जान पाया
'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की इच्छाशक्ति और क्षमता का प्रतीकः राजनाथ सिंह
चलती ट्रेन से मोबाईल गिर जाए तो ऐसे आसानी से मिल` जाएगा, बस फॉलो करनी होगी ये स्टेप्स
सिंगल मदर होना आसान नहीं : अंगूरी भाभी उर्फ शुभांगी अत्रे
Digital Payment: 6 महीने में लगभग 100% ट्रांजेक्शन ऑनलाइन... भारत में डिजिटल पेमेंट का बोलबाला, इस मामले में UPI ने मारी बाजी