रांची, 29 अप्रैल . रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के लटमा इलाके में एक उत्पाती सांड ने एक हफ्ते के भीतर तीन लोगों की जान ले ली है. सांड के हमले में करीब 10 लोग घायल हो चुके हैं. इसकी वजह से अब दहशत का आलम ऐसा है कि जिस भी सड़क-गली से यह सांड गुजरता है, लोग घरों में कैद हो जाते हैं.
सोमवार की शाम करीब छह बजे इसी सांड ने लटमा में एजी ऑफिस के रिटायर कर्मी 65 वर्षीय दिलीप रजवार पर उस वक्त हमला किया, जब वह एक मंदिर से पूजा कर लौट रहे थे. गंभीर रूप से जख्मी दिलीप रजवार को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
कुछ दिन पहले सांड के हमले में तुंबागुटू के रहने वाले गोलगप्पा विक्रेता सुखलाल और प्रेम नगर निवासी सावना भी बुरी तरह जख्मी हुए थे, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. इनके अलावा लुकस कच्छप, शिबू सिंह, रामा रजवार, स्टीफन मरांडी, पिले उरांव और मंगरा कच्छप सहित कई लोगों को इस सांड ने घायल कर दिया है.
लोगों का कहना है कि सांड राह चलते अचानक किसी पर भी हमला कर देता है. इसकी वजह से स्कूली बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं. स्थानीय लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों से सांड को काबू करने और अन्यत्र भेजने की गुहार लगाई है.
वहीं, झारखंड के जमशेदपुर में भी एक सांड पिछले कुछ दिनों से उत्पात मचा रहा है. 15 अप्रैल को जमशेदपुर के सोनारी इलाके में यह सांड एक मकान का दरवाजा खुला पाकर न सिर्फ अंदर घुस आया, बल्कि सीढ़ियों से मकान की तीसरी मंजिल पर जा पहुंचा था. करीब चार घंटे बाद उसे एक क्रेन के सहारे छत के रास्ते से नीचे उतारा गया था.
जमशेदपुर में भी आवारा सांड के उत्पात और हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है. इसी साल जनवरी में साकची थाना अंतर्गत एमजीएम गोलचक्कर के पास पोटका हल्दीपोखर निवासी महफूज सांड के हमले में बुरी तरह जख्मी हो गए थे.
मार्च 2023 में शहर के साकची शीतला मंदिर के पास सड़क पर घूम रहे सांड ने दो लोगों अशोक अग्रवाल और राज किशोर सिंह को पटककर मार डाला था. इस सांड को काबू करने में पुलिस-प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी थी.
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एसएनसी/एबीएम
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