New Delhi, 3 सितंबर . पंजाब के पटियाला जिले के सरकारी राजिंदरा अस्पताल के पास एक आवारा कुत्ता एक शिशु का कटा हुआ सिर ले जाता हुआ देखा गया. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए New Delhi स्थित राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने पंजाब सरकार के मुख्य सचिव और पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
आयोग के मुताबिक एक रिपोर्ट में कई रोगियों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि आवारा कुत्ते अक्सर अस्पताल परिसर में खुलेआम घूमते पाए जाते हैं. उन्होंने निम्नस्तरीय साफ-सफाई, सुरक्षा की कमी और अस्पताल प्रशासन द्वारा लापरवाही का भी आरोप लगाया है.
आयोग का कहना है कि उन्होंने एक रिपोर्ट पर स्वत संज्ञान लिया है जिसमें बताया गया था कि 26 अगस्त 2025 को यह घटना हुई है. आयोग के मुताबिक उन्होंने पाया कि यह रिपोर्ट मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मुद्दा सामने लाती है. इसलिए, आयोग ने पंजाब सरकार के मुख्य सचिव और पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
Wednesday को आयोग ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि 27 अगस्त 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि अस्पताल से कोई भी शिशु लापता नहीं हुआ है और हाल ही में हुई सभी बच्चों की मृत्यु के मामलों में, उचित कागजी कार्रवाई के बाद शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं. उन्होंने कथित तौर पर आशंका व्यक्त की कि किसी और व्यक्ति द्वारा अवशेषों को अस्पताल परिसर के बाहर फेंका गया होगा. इस पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच व रिपोर्ट हेतु अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी कर मांगी है.
वहीं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक 10 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में भी रिपोर्ट तलब की है. यह घटना बिहार की है जिसके चलते बिहार के पुलिस के महानिदेशक को नोटिस जारी किया गया है.
एनएचआरसी का कहना है कि उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत संज्ञान लिया है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 26 अगस्त 2025 को बिहार के Patna जिले के मनेर क्षेत्र में एक बगीचे के रखवाले ने 10 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि अपराधी ने हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए पीड़िता के शव को एक पेड़ पर लटका दिया. पीड़िता, लकड़ी इकट्ठा करने गई थी, तभी अपराधी ने उसे अमरूद का प्रलोभन देकर बगीचे के पास एक कमरे में ले जाकर यह जघन्य अपराध किया.
आयोग ने पाया कि यह घटना मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है. इसलिए, आयोग ने बिहार के पुलिस महानिदेशक और Patna के जिला मजिस्ट्रेट को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है. साथ ही इस मामले में अगर मृतक के परिजनों को कोई मुआवजा दिया गया है, तो उसका विवरण भी मांगा गया है.
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जीसीबी/एसके
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