सासाराम, 17 अगस्त . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू यादव Sunday को अपने पुराने अंदाज में दिखे. इंडिया ब्लॉक की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ से पहले सासाराम में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा को भगाने का आह्वान करते हुए कहा कि अब भाजपा को नहीं आने देना है.
इंडिया’ ब्लॉक की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत के मौके पर सासाराम में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए लालू यादव ने कहा, “सभी लोग एक हो जाइए. राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और हम सबको एकजुट होकर भाजपा को उखाड़ फेंकना है. लोकतंत्र को मजबूत होने दीजिए.” उन्होंने इस दौरान अपनी पुरानी एक कहावत भी कही.
इधर, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम लोग सिर्फ चुनाव के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं. संविधान बचाने के लिए लड़ रहे हैं. वोट की सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं. ये वोट काट-काटकर अपनी हुकूमत चलाना चाहते हैं. ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना है.
उन्होंने उपस्थित लोगों से मजबूती के साथ गठबंधन के लोगों के साथ रहने की अपील करते हुए कहा कि सरकार जरूर बदलेगी. आपके सहयोग से बिहार में भी सरकार बदलेगी. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस की भूमिका को याद किया. उन्होंने कहा कि भारत की आजादी की कहानी कांग्रेस पार्टी की कहानी है. उन्होंने 1947 के बाद एक मजबूत लोकतंत्र की नींव रखने के लिए कांग्रेस नेताओं के प्रयासों का जिक्र किया.
खड़गे ने चुनाव आयोग पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाया. उन्होंने भाजपा-आरएसएस को गरीबों, युवाओं और महिलाओं के लिए बहुत खतरनाक बताते हुए कहा कि आरएसएस महिलाओं के लिए वोटिंग अधिकार नहीं चाहती थी. भाजपा के लोग हर बात पर तंग कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आरएसएस वाले आजादी के खिलाफ थे. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग पहले भी क्रांति करते रहे हैं. एक बार फिर उन्होंने लोगों से वोट चोरी के खिलाफ लड़ाई लड़ने का आह्वान किया. आज बिहार के 65 लाख लोगों के वोट काट दिए गए.
–
एमएनपी/एएस
You may also like
बीवी के चार-चार पति और ऊपर से बॉयफ्रेंड खुलासा होतेˈ ही गांव में मचा बवाल अजीबो-गरीब लव स्टोरी कि पुलिस भी सुनकर रह गई हैरान
'गावस्कर के लिए दिखाओ इज्ज़त', रोहित, कोहली और गिल को इस पूर्व तेज़ गेंदबाज़ ने दी नसीहत
सालों पुरानी से पुरानी बवासीर एक हफ्ते में गायब? जानिएˈ ये रहस्यमयी राज़ जो अब तक दुनिया से था छुपा
जमानत का मतलब यह नहीं कि पार्थ चटर्जी 'भ्रष्टाचार मुक्त' हो गए : विकास रंजन भट्टाचार्य
चुनाव आयोग की धमकियों से नहीं डरने वाले हैं राहुल गांधी: केशव महतो कमलेश