एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर लगातार नौवीं बार ट्रॉफी अपने नाम कर ली। हालांकि, इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय टीम ने पुरस्कार वितरण समारोह में एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से इंकार कर दिया। PTI की रिपोर्ट के अनुसार, समारोह शुरू होने से पहले नकवी अपनी जगह पर खड़े थे, जबकि भारतीय खिलाड़ी 15 गज के भीतर खड़े हुए थे। खिलाड़ियों ने समारोह में कोई कदम आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया, जिससे पुरस्कार वितरण में देरी हुई। इस घटना पर पाकिस्तानी रिटायर मेजर आदिल राजा ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि भारतीय क्रिकेट टीम का नकवी से ट्रॉफी न लेना “बहुत बड़ा अपमान” है और यह सीधे तौर पर पाकिस्तानी आर्मी जनरल असीम मुनीर का सम्मान भी ठेस पहुंचाता है।
पाकिस्तानी टीम की प्रतिक्रिया और मैदान का माहौल
फाइनल मैच के बाद पाकिस्तानी टीम करीब एक घंटे तक ड्रेसिंग रूम से बाहर नहीं आई। इस बीच केवल PCB अध्यक्ष नकवी अकेले खड़े रहे और उन्हें शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। करीब 55 मिनट बाद जब टीम मैदान पर आई, तो दर्शकों ने जोरदार ‘इंडिया इंडिया’ के नारे लगाए। फाइनल से पहले ही अटकलें लग रही थीं कि भारतीय खिलाड़ी जीतने पर नकवी से ट्रॉफी नहीं लेंगे।
भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट के दौरान पाकिस्तान की ओर से किसी से भी हाथ नहीं मिलाया और मैदान से बाहर किसी भी बातचीत से दूर रही। यह नीति साफ संदेश देती है कि भारतीय टीम ने सम्मान और आत्म-सम्मान को सर्वोपरि रखा।
नकवी का विवाद और पाकिस्तानी खिलाड़ियों के भड़काऊ इशारे
नकवी पहले भी विवादों में रहे हैं। उन्होंने हाल ही में एक्स पर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें विमान क्रैश का संकेत देते हुए गोल का जश्न मनाया गया था। वहीं, पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने 21 सितंबर को सुपर 4 मैच के दौरान भारत के खिलाफ इसी तरह भड़काऊ इशारा किया, जिसके लिए उन पर जुर्माना लगाया गया।
इस फाइनल मैच और पुरस्कार वितरण समारोह ने न केवल खेल के स्तर पर बल्कि राजनीतिक और भावनात्मक दृष्टिकोण से भी दोनों देशों के बीच की जटिलताओं को उजागर किया। भारतीय टीम ने अपने आत्म-सम्मान और अनुशासन का उदाहरण पेश करते हुए खेल के मैदान पर विजय सुनिश्चित की।
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