ब्यावर: जेसीबी के बांध कर उल्टा कर एक युवक के साथ की गई बर्बरतापूर्वक मारपीट का वीडियो एक दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो सामने आने के तुरंत बाद पुलिस हरकत में आई और हिस्ट्रीशीटर तेजपाल सिंह उदावत को गिरफ्तार किया। उसके एक साथी को भी पुलिस ने अरेस्ट किया है। रविवार को पुलिस ने दोनों आरोपियों की परेड निकाली। हिस्ट्रीशीटर तेजपाल ने करीब डेढ महीने पहले अपने ड्राइवर मोहम्मद याकूब पर डीजल चोरी का आरोप लगाते हुए मारपीट थी। मारपीट के बाद याकूब डर के मारे चुप रहा। 24 मई को जब बर्बरता पूर्वक हुई मारपीट का वीडियो सामने आया तो ब्यावर जिले की रायपुर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया। डेढ महीने तक डर के मारे चुप रहा पीड़ित ड्राइवरहिस्ट्रीशीटर तेजपाल ने 7 अप्रैल को याकूब के साथ मारपीट की थी। उसे जेसीबी के बांध कर उल्टा लटकाया और करीब तीन घंटे तक बेल्ट और डंडे से मारपीट की। बार बार उसके जख्मों पर नमक भी लगाया गया। यातनाएं पाकर याकूब चिल्लाता रहा लेकिन तेजपाल को रहम नहीं आया। इस दौरान कुछ लोग भी वहां मौजूद थे लेकिन किसी ने भी बचाने की हिम्मत नहीं जुटाई। याकूब में मन में इतना खौफ बैठ गया कि उसने पुलिस में शिकायत तक नहीं की। उसे डर था कि अगर वह शिकायत करेगा तो वह हिस्ट्रीशीटर उसे जान से मार देगा।
जो अपने पिता पर पिस्तौल तान दे, उसका क्या भरोसापीड़ित याकूब का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर तेजपाल सिंह उदावत आदतन बदमाश है। अवैध खनन और परिवहन करने वाला तेजपाल अपने घर परिवार वालों के साथ भी बड़ी बदतमीजी से पेश आता है। याकूब का कहना है कि एक बार तेजपाल ने अपने पिता पर भी पिस्तौल तान दी थी। अगर कोई व्यक्ति अपने पिता को ही जान से मारने की धमकी दे सकता है। वह दूसरों के साथ कुछ भी कर सकता है। ऐसे में डर के मारे याकूब चुप रहा। जब मारपीट का वीडियो वायरल हुआ तो याकूब मीडिया के सामने आया और अपनी पीड़ा जाहिर की। याकूब ने रायपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जिसके बाद हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी हुई। तीन घंटे पीटा था, फिर सड़क पर फेंक दियापीड़ित याकूब का कहना है कि 7 अप्रैल को वह डंपर लेकर जयपुर से ब्यावर जा रहा था। उस दौरान रास्ते में तेजपाल सिंह, साबूराम और देवाराम गुर्जर ने फॉर्च्यूनर गाड़ी आगे लगाकर डंपर रुकवाया। उसे फॉर्चूनर में पटक कर गुड़िया स्थित फैक्ट्री लाया गया। वहां पर रस्सी से बांधकर जेसीबी के लटका दिया। करीब तीन घंटे तक लटकाए रखा और मारपीट करते रहे। जख्मों पर नमक का पानी डालते रहे। सुबह करीब चार बजे याकूब ने मिन्नतें करते हुए कहा कि वह इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताएगा। ना परिवार वालों को और ना ही पुलिस वालों को। विश्वास दिलाने पर उसे रस्सी से खोला और पीड़ित के गांव सराधना के पास हाईवे पर पटक कर चले गए। दोस्त ने इलाज कराया, डॉक्टरों को नहीं बताई सच्चाईयाकूब का कहना है कि जब उसे हाईवे पर फेंका गया तो राहुल नाम का एक दोस्त वहां पहुंचा। राहुल को घटना की जानकारी तेजपाल के पिता चंदन सिंह ने दी थी। इसके बाद राहुल ने ही अपने घर ले जाकर इलाज कराया। कुछ दिन घर पर इलाज लिया और फिर अस्पताल गया तो डॉक्टरों ने भर्ती कर लिया। डॉक्टरों ने पूछा कि यह घाव कैसे हुए। डर के मारे याकूब ने भी डॉक्टरों को घटना के बारे में नहीं बताया। करीब एक महीना इलाज देने के बाद उसे थोड़ा आराम मिला। उसके एक पैर में आज भी दर्ज हो रहा है। वह ठीक से गाड़ी भी नहीं चला पा रहा है। याकूब बताते हैं कि तेजपाल सिंह का अपने पिता से भी विवाद चल रहा है। जब चंदन ने राहुल को कॉल करके मारपीट की घटना होने की जानकारी दी तो राहुल ने चंदन सिंह से बचाने की बात कही। इस पर चंदन सिंह ने कहा कि उसका बेटे के साथ विवाद चल रहा है। अगर वह मौके पर गया तो मामला और बिगड़ जाएगा।#JCB से ड्राइवर को लटकाकर अमानवीय तरीके से पीटने वाले तेजपाल सिंह की ब्यावर पुलिस ने निकली परेड pic.twitter.com/83cnUIipN7
— NBT Rajasthan (@NbtRajasthan) May 25, 2025
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