गाजियाबाद: प्रदेश में सबसे ज्यादा भूजल का दोहन गाजियाबाद में हो रहा है। ग्राउंड वॉटर को रिचार्ज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले ज्यादातर तालाबों पर ही लोगों ने कब्जा कर रखा है। ज़िले की चार तहसीलों में कुल 1,075 तालाब हैं। इनमें से 231 पर आंशिक या पूर्ण रूप से कब्जा है। यह खुद जिला प्रशासन मान रहा है। इस पर पिछले सप्ताह नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने तालाबों से कब्जे हटाने और उसके पुनरुद्धार के आदेश दिए, ताकि भूजल का स्तर ठीक हो सके।पिछले सप्ताह सुनवाई के दौरान एनजीटी में न्यायिक सदस्य अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य अफरोज अहमद की सदस्यता वाली पीठ ने अपने आदेश कहा कि अतिक्रमण हटाने में तेजी लाने की जरूरत है। जहां से अतिक्रमण हटाया गया है, वहां पुनरुद्धार और संरक्षण करना जरूरी है। साथ ही यह भी कहा कि गाजियाबाद में ग्राउंड वॉटर निकालने के लिए जिन उद्योगों को परमिशन दी गई, उन्हें भूजल को बेहतर करने के लिए तालाबों को अपनाना आवश्यक किया जा सकता है। बता दें कि तालाबों पर अवैध कब्जे को लेकर दो साल पहले गाजियाबाद के हिमांशु त्यागी ने एनजीटी में केस दायर किया था। तब से यह मामला चल रहा है। 231 तालाब पर कब्ज़ाजिला प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जिले में कुल 1075 तालाब रजिस्टर्ड हैं। इनका एरिया 524 हेक्टेयर है। मोदीनगर में 579 में से 120 पर अतिक्रमण है। गाजियाबाद सदर में 120 में 29 पर कब्जा है। नगर निगम क्षेत्र में 140 तालाब हैं, जिनमें से 44 पर अतिक्रमण है। लोनी में 139 में से 38 पॉन्ड पर अतिक्रमण है। ब्लैक जोन में चार ब्लॉकअत्यधिक भूजल दोहन करने की वजह से गाजियाबाद के पांच ब्लॉकों में से चार ब्लैक जोन में हैं। मुरादनगर में अभी हालात ठीक है। लोनी, मोदीनगर, गाजियाबाद और भोजपुर का हाल बुरा है। पर्यावरणविद् और जिला भूजल प्रबंधन परिषद के सदस्य आकाश वशिष्ठ ने बताया कि औसतन भूजल स्तर प्रति वर्ष 10 मीटर की दर से गिर रहा है। प्री-मॉनसून 2024 के आंकड़ों के अनुसार शहर में औसत भूजल स्तर 34 मीटर, राजापुर में 26 मीटर, लोनी में 27 मीटर और भोजपुर में 10 मीटर तक गिर गया है। मुरादनगर में जलस्तर 6 मीटर है। पुनर्जीवित किए जाने का हो रहा है कामपिछले दिनों डासना में एक तालाब से अतिक्रमण हटाया गया। मुरादनगर के गांव डिडोली में ढाई एकड़ के तालाब को पुनर्जीवित करने का काम चल रहा है। मसूरी में दस एकड़ में फैली नाहल लेक पर कूड़ा डालकर समतल कर दिया गया है। मोदीनगर के कुम्हेड़ा गांव में दो एकड़ जमीन पर काम चल रहा है। डासना इंडस्ट्रियल एरिया के तालाब को पुनर्जीवित किए जाने काम हो रहा है।
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