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Bro Code: रवि मोहन की फिल्म के नाम पर दिल्ली HC की रोक, एक्टर बोले- प्रचार से मना किया, तब शुरू हुआ विवाद

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तमिल फिल्‍मों के सुपरस्‍टार रवि मोहन लगातार चर्चाओं में हैं। बड़े पर्दे पर जयम रवि के नाम से मशहूर अभ‍िनेता पिछले दिनों जहां पत्‍नी आरती से अलगाव और गर्लफ्रेंड केनिशा फ्रांसिस के कारण सुर्ख‍ियों में रहे, वहीं अब उनकी फिल्‍म 'ब्रो कोड' कानूनी पचड़े में फंस गई है। फिल्‍म के नाम को अल्‍कोहल ब्रांड ने आपत्त‍ि जताई। मामला दिल्‍ली हाई कोर्ट पहुंचा, जहां एक्‍टर को झटका मिला। अदालत ने फिल्‍म का टाइटल Bro Code रखने पर रोक लगा दी है। हालांकि, इससे पहले मद्रास हाई कोर्ट ने जयम रवि के पक्ष में फैसला सुनाया था। इस कानूनी उठा-पटक के बीच एक्‍टर ने पहली बार चुप्‍पी तोड़ी है।

एक्‍टर और फिल्‍ममेकर रवि मोहन का कहना है कि फिल्‍म 'ब्रो कोड' के निर्माताओं के साथ उनके रिश्ते तब बिगड़ गए, जब उन्होंने अपनी फिल्म में अल्‍कोहल ब्रांड को भी शामिल करने से इनकार कर दिया। यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ, जब रवि मोहन के स्टूडियो ने अपनी अपकमिंग फिल्म के टाइटल के रूप में 'ब्रो कोड' की घोषणा की। मद्रास उच्च न्यायालय ने पहले प्रोडक्शन हाउस को अस्थायी राहत देते हुए नाम के अधिकार अपने पास रखने की अनुमति दी थी, लेकिन अब दिल्ली उच्च न्यायालय ने इसके उपयोग पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है।


रवि मोहन बोले- प्रचार करने से मना किया तो शुरू हुआ विवादरवि मोहन की टीम ने अब इस बाबत एक बयान जारी किया है। इसमें दावा किया गया कि इस फसाद की जड़ फिल्‍म में 'ब्रो कोड' अल्‍कोहल ब्रांड के प्रचार को शामिल करने से इनकार करना है। बयान में कहा गया है, 'रविमोहन स्टूडियो ने अपनी स्‍क्रीनप्‍ले और मनोरंजन में क्रिएटिविटी को ध्‍यान में रखते हुए फिल्‍म के नाम के तौर पर 'ब्रो कोड' का कॉपीराइट लिया है। इस बीच 'ब्रो कोड' अल्‍कोहल ब्रांड ने रवि मोहन से फिल्म में अपने ब्रांड का प्रचार करने का अनुरोध किया है। लेकिन एक्‍टर ने यह बात नहीं मानी, क्योंकि इससे दर्शकों के बीच एक गलत उदाहरण जाता।'

मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले को नहीं दी गई चुनौतीएक्‍टर ने की टीम ने आगे आरोप लगाया कि उनके इनकार के बाद, पेय पदार्थ कंपनी ने मद्रास उच्च न्यायालय के पिछले आदेश को सीधे चुनौती देने से बचते हुए दिल्ली में कानूनी कार्रवाई की। बयान में कहा गया है, 'अल्‍कोहल ब्रांड ने इस टाइटल के खिलाफ दिल्ली में मामला दर्ज कराया है और अभी तक मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती नहीं दी है। मद्रास उच्च न्यायालय ने Bro Code टाइटल पर Ravi Mohan Studio के अधिकारों को बरकरार रखा है। इस पर अंतरिम आदेश 21 नवंबर 2025 तक बढ़ा दिया गया है।'

दिल्‍ली की अदालत ने किसी भी रूप में नाम के इस्‍तेमाल पर लगाई रोकगौरतलब है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने रवि मोहन स्टूडियो को किसी भी रूप में 'ब्रो कोड' टाइटल का उपयोग करने से रोकते हुए एक निषेधाज्ञा आदेश पारित किया। यह आदेश इंडोस्पिरिट बेवरेजेस द्वारा दायर एक ट्रेडमार्क उल्लंघन मामले में जारी किया गया है, जो अपने अल्कोहलिक और रेडी-टू-ड्रिंक पेय पदार्थों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 'ब्रो कोड' चिह्न का मालिक है।

दिल्‍ली हाई कोर्ट ने कहा- यह लोगों को गुमराह कर सकता हैदिल्‍ली की अदालत ने कहा कि 'ब्रोकोड' पेय पदार्थ व्यापक रूप से जाने जाते हैं। यह नाम कंपनी के उत्पादों से से जुड़ा हुआ है। प्रस्तावित फिल्म का टाइटल रजिस्‍टर ट्रेडमार्क के जैसा है और यह उपभोक्ताओं को गुमराह कर सकता है। हाई कोर्ट की बेंच ने स्टूडियो के इस तर्क को खारिज कर दिया कि मद्रास उच्च न्यायालय ने पहले 'निराधार धमकियों' के आधार पर उनके पक्ष में फैसला सुनाया था। दिल्ली उच्च न्यायालय ने स्पष्ट किया कि एक बार उल्लंघन का मुकदमा दायर हो जाने के बाद, लंबित धमकी का मुकदमा निषेधाज्ञा जारी करने से नहीं रोकता है।

'ब्रो कोड' की कास्‍ट, रवि मोहन 'एन ऑर्डिनरी मैन' से बनेंगे डायरेक्‍टर'पोन्‍न‍िय‍िन सेल्‍वन' फेम रवि मोहन को फिल्‍मी पर्दे पर प‍िछली बार नित्या मेनन के साथ 'कधलिका नेरामिल्लई' में देखा गया था। वह आगे योगी बाबू स्‍टारर 'एन ऑर्डिनरी मैन' से बतौर डायरेक्‍टर भी डेब्‍यू कर रहे हैं। जहां तक कार्तिक योगी के डायरेक्‍शन में बन रही 'ब्रो कोड' की बात है, तो रवि मोहन इस फिल्‍म के लीड एक्‍टर और प्रोड्यूसर दोनों हैं। उनके साथ फिल्‍म में एसजे सूर्या, अर्जुन अशोकन, उपेंद्र, श्रद्धा श्रीनाथ, गौरी प्रिया, मालविका मनोज और ऐश्वर्या राज भी हैं।
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