हैदराबाद: भारतीय सुनामी पूर्व चेतावनी केंद्र (ITEWC) ने बुधवार को बताया कि रूस के कामचटका के पूर्वी तट पर आए 8.7 तीव्रता के भूकंप से भारत को सुनामी का कोई खतरा नहीं है। केंद्र ने कहा कि उन्होंने पहले से ही स्थिति का आंकलन कर लिया था और भारत के लिए कोई खतरा नहीं है। फिलहाल केंद्र और जानकारी मिलने तक कोई और सूचना जारी नहीं करेगा। दरअसल रूस के सुदूर पूर्व में बुधवार तड़के एक बड़ा भूकंप आया। इसकी तीव्रता 8.8 मापी गई। इस भूकंप के बाद जापान और अलास्का में छोटी सुनामी लहरें उठीं। इसके चलते हवाई उत्तरी और मध्य अमेरिका तथा न्यूजीलैंड में चेतावनी जारी की गई।
ITEWC ने जारी किया बुलेटिन
ITEWC ने बुधवार को एक बुलेटिन जारी किया। इसमें कहा गया कि पूर्व-निर्धारित परिदृश्य मॉडल के आधार पर भारत के लिए कोई खतरा नहीं है। ITEWC-भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (INCOIS) हैदराबाद के प्रगति नगर में है। यह केंद्र समुद्र से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करता है और सुनामी जैसी आपदाओं के बारे में चेतावनी जारी करता है।
रूस में शक्तिशाली भूकंप के बाद कई देशों ने सुनामी का अलर्ट
रूस के कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार सुबह 8.7 तीव्रता के भूकंप के बाद चीन, पेरू और इक्वाडोर सहित प्रशांत महासागर में कई देशों के तटीय इलाकों के लिए सुनामी चेतावनी जारी की गई है। इससे पूरे प्रशांत क्षेत्र में चिंता बढ़ गई है। शक्तिशाली भूकंप का केंद्र पेट्रोपाव्लोव्स्क-कामचत्स्की शहर से लगभग 119 किमी दूर था, जो रूस का एक शहर है जिसकी आबादी 1.8 लाख के करीब है। इस भूकंप के बाद रूस, जापान, अमेरिका (हवाई और अलास्का), ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और प्रशांत महासागर के कई द्वीप देशों में तुरंत सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई।
सुनामी लहरों की चेतावनी
अधिकारियों ने भूकंप के केंद्र के करीब, खासकर कामचटका प्रायद्वीप में कई इलाकों से तुरंत लोगों को खाली कराने का काम शुरू कर दिया, क्योंकि वहां 3–4 मीटर (10–13 फीट) ऊंची सुनामी लहरों की चेतावनी मिली थी। एहतियात के तौर पर संवेदनशील तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊंचे क्षेत्रों या सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। अधिकारियों का मानना है कि चीन के पूर्वी तटीय क्षेत्रों में सुनामी की लहरें पहुंच सकती हैं, इसलिए वे इस बारे में गंभीर रूप से चिंतित हैं।
ITEWC ने जारी किया बुलेटिन
ITEWC ने बुधवार को एक बुलेटिन जारी किया। इसमें कहा गया कि पूर्व-निर्धारित परिदृश्य मॉडल के आधार पर भारत के लिए कोई खतरा नहीं है। ITEWC-भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (INCOIS) हैदराबाद के प्रगति नगर में है। यह केंद्र समुद्र से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करता है और सुनामी जैसी आपदाओं के बारे में चेतावनी जारी करता है।
रूस में शक्तिशाली भूकंप के बाद कई देशों ने सुनामी का अलर्ट
रूस के कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार सुबह 8.7 तीव्रता के भूकंप के बाद चीन, पेरू और इक्वाडोर सहित प्रशांत महासागर में कई देशों के तटीय इलाकों के लिए सुनामी चेतावनी जारी की गई है। इससे पूरे प्रशांत क्षेत्र में चिंता बढ़ गई है। शक्तिशाली भूकंप का केंद्र पेट्रोपाव्लोव्स्क-कामचत्स्की शहर से लगभग 119 किमी दूर था, जो रूस का एक शहर है जिसकी आबादी 1.8 लाख के करीब है। इस भूकंप के बाद रूस, जापान, अमेरिका (हवाई और अलास्का), ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और प्रशांत महासागर के कई द्वीप देशों में तुरंत सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई।
सुनामी लहरों की चेतावनी
अधिकारियों ने भूकंप के केंद्र के करीब, खासकर कामचटका प्रायद्वीप में कई इलाकों से तुरंत लोगों को खाली कराने का काम शुरू कर दिया, क्योंकि वहां 3–4 मीटर (10–13 फीट) ऊंची सुनामी लहरों की चेतावनी मिली थी। एहतियात के तौर पर संवेदनशील तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊंचे क्षेत्रों या सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। अधिकारियों का मानना है कि चीन के पूर्वी तटीय क्षेत्रों में सुनामी की लहरें पहुंच सकती हैं, इसलिए वे इस बारे में गंभीर रूप से चिंतित हैं।
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