सूरत: गुजरात के सूरत शहर में चल रहे रणजी ट्रॉफी प्लेट ग्रुप मैच में मेघालय के आकाश कुमार चौधरी ने कुछ ऐसा किया है, जिसे भूलना नामुमकिन है। आकाश ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 8 लगातार गेंद पर 6,6,6,6,6,6,6,6 के शॉट खेलकर हमेशा के लिए सुनहरे अक्षरों में अपना नाम रिकॉर्ड बुक में कुछ ऐसे लिख दिया है कि उसे कभी मिटाया नहीं जा सकेगा। महज 11 गेंद में फिफ्टी लगाकर आकाश ने लीसेस्टरशायर के लिए साल 2012 में 12 गेंद में फर्स्ट क्लास क्रिकेट की आज तक की सबसे तेज फिफ्टी लगाने वाले वेन व्हाइट का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आकाश ने ऐसी धुआंधार पारी खेलने के पीछे का सीक्रेट साझा किया है। उन्होंने बताया है कि ऐसा क्या हुआ था, जिसके चलते उन्हें क्रिकेट पिच पर बल्ले से दीवाली के पटाखों जैसा धमाका करके दिखाना पड़ा है। मेघालय ने इस मैच में एक पारी व 444 रन से जीत हासिल की है।
'कोच ने कहा था जाओ और अटैक करो'आकाश ने ANI से बातचीत में अपनी इस पारी का पूरा श्रेय अपने कोच को दिया है। उन्होंने कहा कि कोच की तरफ से बेखौफ खेलने की छूट के चलते ही यह रिकॉर्ड बन पाया है। उन्होंने कहा,'यह मेरे लिए लकी दिन था कि मैं बढ़िया शॉट्स लगा पाया। मेरी मंशा हमेशा सही दिशा में थी। मैं हमेशा क्रिकेट में अपना 100 फीसदी योगदान देता हूं। रिजल्ट अपने आप आ गया। हमें जल्दी पारी घोषित करनी थी। इसलिए कोच ने हमें मैसेज भेजा कि जाओ और अटैक करो। इस कारण मैं पिच पर खुलकर खेल पाया।'
मेघालय ने पारी और 444 रन से हासिल की जीतमेघालय ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ रविवार (9 नवंबर) को 6 विकेट पर 628 रन बनाकर पारी घोषित की थी, जिसमें आकाश 14 गेंद में 50 रन बनाकर नॉटआउट वापस लौटे थे। इसके बाद मैच की पहली पारी में मेघालय ने अरुणाचल प्रदेश को महज 73 रन पर लुढ़का दिया था। इसके चलते अरुणाचल प्रदेश को फॉलोऑन खेलना पड़ा। सोमवार को मेघालय के गेंदबाजों ने दूसरी पारी में अरुणाचल प्रदेश की टीम 109 रन पर समेट दी और एक पारी व 444 रन के भारी अंतर से जीत हासिल कर ली है। आकाश चौधरी ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी से भी योगदान देते हुए पहली पारी में 1 विकेट और दूसरी पारी में 2 विकेट चटकाए हैं।
आकाश के पिता वेल्डर और मां हैं दर्जीआकाश चौधरी के पिता लोहे के सामान वेल्डिंग करने का काम करते हैं, जबकि उनकी मां दूसरों के कपड़े सिलती हैं। बेहद कम आमदनी के बावजूद उन्होंने अपने बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए हर तरह की सुविधा दी है। आकाश ने अपने माता-पिता के योगदान की बेहद तारीफ की है। उन्होंने कहा,'मैं आज जहां भी हूं, उसमें मेरे माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान है।' 25 साल के आकाश ने रणजी ट्रॉफी में नगालैंड के लिए क्रिकेट खेलने की शुरुआत की थी। वे अब तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 31 मैच खेलकर 553 रन बना चुके हैं, जबकि उनके खाते में तेज गेंदबाजी से 90 विकेट भी दर्ज हैं। बल्लेबाजी में उनका बेस्ट 63 रन नॉटआउट है, जबकि गेंदबाजी में 40 रन देकर 7 विकेट का बेस्ट उन्होंने हासिल किया है।
'कोच ने कहा था जाओ और अटैक करो'आकाश ने ANI से बातचीत में अपनी इस पारी का पूरा श्रेय अपने कोच को दिया है। उन्होंने कहा कि कोच की तरफ से बेखौफ खेलने की छूट के चलते ही यह रिकॉर्ड बन पाया है। उन्होंने कहा,'यह मेरे लिए लकी दिन था कि मैं बढ़िया शॉट्स लगा पाया। मेरी मंशा हमेशा सही दिशा में थी। मैं हमेशा क्रिकेट में अपना 100 फीसदी योगदान देता हूं। रिजल्ट अपने आप आ गया। हमें जल्दी पारी घोषित करनी थी। इसलिए कोच ने हमें मैसेज भेजा कि जाओ और अटैक करो। इस कारण मैं पिच पर खुलकर खेल पाया।'
मेघालय ने पारी और 444 रन से हासिल की जीतमेघालय ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ रविवार (9 नवंबर) को 6 विकेट पर 628 रन बनाकर पारी घोषित की थी, जिसमें आकाश 14 गेंद में 50 रन बनाकर नॉटआउट वापस लौटे थे। इसके बाद मैच की पहली पारी में मेघालय ने अरुणाचल प्रदेश को महज 73 रन पर लुढ़का दिया था। इसके चलते अरुणाचल प्रदेश को फॉलोऑन खेलना पड़ा। सोमवार को मेघालय के गेंदबाजों ने दूसरी पारी में अरुणाचल प्रदेश की टीम 109 रन पर समेट दी और एक पारी व 444 रन के भारी अंतर से जीत हासिल कर ली है। आकाश चौधरी ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी से भी योगदान देते हुए पहली पारी में 1 विकेट और दूसरी पारी में 2 विकेट चटकाए हैं।
आकाश के पिता वेल्डर और मां हैं दर्जीआकाश चौधरी के पिता लोहे के सामान वेल्डिंग करने का काम करते हैं, जबकि उनकी मां दूसरों के कपड़े सिलती हैं। बेहद कम आमदनी के बावजूद उन्होंने अपने बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए हर तरह की सुविधा दी है। आकाश ने अपने माता-पिता के योगदान की बेहद तारीफ की है। उन्होंने कहा,'मैं आज जहां भी हूं, उसमें मेरे माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान है।' 25 साल के आकाश ने रणजी ट्रॉफी में नगालैंड के लिए क्रिकेट खेलने की शुरुआत की थी। वे अब तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 31 मैच खेलकर 553 रन बना चुके हैं, जबकि उनके खाते में तेज गेंदबाजी से 90 विकेट भी दर्ज हैं। बल्लेबाजी में उनका बेस्ट 63 रन नॉटआउट है, जबकि गेंदबाजी में 40 रन देकर 7 विकेट का बेस्ट उन्होंने हासिल किया है।
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