तेहरान: ईरान की राजधानी तेहरान भीषण जल संकट से जूझ रही है। क्षेत्रीय जल प्राधिकरण के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि बारिश में भारी गिरावट और तेहरान प्रांत के बांधों में पानी के कम प्रवाह के कारण एक प्रमुख जलाशय में दो हफ्तों से भी कम समय तक आपूर्ति के लायक पानी बचा है। इससे तेहरान में जल संकट की आशंका तेज हो गई है। डर जताया जा रहा है कि अगर हालात नहीं बदले तो लाखों लोगों को तेहरान छोड़कर दूसरी जगहों पर पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।
ईरान में पानी को लेकर हाहाकार
तेहरान क्षेत्रीय जल कंपनी के प्रबंध निदेशक बेहजाद पारसा ने बताया कि पिछले जल वर्ष की तुलना में तेहरान के बांधों में पानी का प्रवाह 43 प्रतिशत कम हो गया है। ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि हाल के वर्षों में बारिश में कमी के बावजूद, सरकार उद्योगों को पानी, बिजली या गैस की आपूर्ति में कटौती करने की योजना नहीं बना रही है। लंबे समय तक सूखे की स्थिति, कम वर्षा और बांधों में पानी के घटते प्रवाह, साथ ही कुप्रबंधन और पानी को लेकर राजनीतिक विवादों ने जनता में चिंता पैदा कर दी है। पानी को लेकर कुछ इलाकों में विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं।
यह क्यों मायने रखता है
ईरान में व्यापक पैमाने पर सूखा पड़ा है, जिससे लाखों लोग खतरे में हैं। यह देश आधुनिक इतिहास के सबसे गंभीर जल संकटों में से एक का सामना कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह दशकों में ईरान की "सबसे शुष्क शरद ऋतु" है। इससे तेहरान और अन्य शहरों को पानी की आपूर्ति करने वाले जलाशयों का स्तर बेहद कम हो गया है, जबकि देश के सबसे उपजाऊ क्षेत्रों में कृषि उत्पादन चरमरा रहा है, जिससे खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण आजीविका को खतरा पैदा हो रहा है।
ईरान में पांच साल से पड़ रहा सूखा
जल कंपनी के प्रबंध निदेशक बेहजाद पारसा ने रविवार को इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज़ एजेंसी के फ़ारसी प्लेटफ़ॉर्म (IRNA) को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अमीर कबीर बांध का जल भंडार घटकर 14 मिलियन क्यूबिक मीटर रह गया है, जो हाल के वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर है। उन्होंने आगे कहा कि तेहरान के बांधों में पानी का प्रवाह पिछले जल वर्ष की तुलना में 43 प्रतिशत कम हो गया है, जिसका कारण वर्षा में 100 प्रतिशत की गिरावट और लगातार पांच वर्षों से सूखे के कारण प्रांत के जल संसाधनों पर गंभीर दबाव है।
तेहरान में सिर्फ दो हफ्ते तक सप्लाई लायक पानी बचा
ईरान वायर ऑनलाइन समाचार आउटलेट के अनुसार, तेहरान के प्रमुख जलाशयों में से एक अमीर कबीर बांध में वर्तमान में केवल इतना ही पानी है कि राजधानी को दो सप्ताह से भी कम समय तक आपूर्ति की जा सके। इस फारसी प्लेटफॉर्म ने रविवार को ईरान के राष्ट्रीय जलवायु एवं सूखा संकट प्रबंधन केंद्र के प्रमुख, अहद वजीफेह के हवाले से कहा कि दर्ज आंकड़े दर्शाते हैं कि ईरान वर्षा के मामले में "57 वर्षों में सबसे खराब शरद ऋतु" का अनुभव करने के कगार पर है।
ईरान में पानी को लेकर हाहाकार
तेहरान क्षेत्रीय जल कंपनी के प्रबंध निदेशक बेहजाद पारसा ने बताया कि पिछले जल वर्ष की तुलना में तेहरान के बांधों में पानी का प्रवाह 43 प्रतिशत कम हो गया है। ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि हाल के वर्षों में बारिश में कमी के बावजूद, सरकार उद्योगों को पानी, बिजली या गैस की आपूर्ति में कटौती करने की योजना नहीं बना रही है। लंबे समय तक सूखे की स्थिति, कम वर्षा और बांधों में पानी के घटते प्रवाह, साथ ही कुप्रबंधन और पानी को लेकर राजनीतिक विवादों ने जनता में चिंता पैदा कर दी है। पानी को लेकर कुछ इलाकों में विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं।
यह क्यों मायने रखता है
ईरान में व्यापक पैमाने पर सूखा पड़ा है, जिससे लाखों लोग खतरे में हैं। यह देश आधुनिक इतिहास के सबसे गंभीर जल संकटों में से एक का सामना कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह दशकों में ईरान की "सबसे शुष्क शरद ऋतु" है। इससे तेहरान और अन्य शहरों को पानी की आपूर्ति करने वाले जलाशयों का स्तर बेहद कम हो गया है, जबकि देश के सबसे उपजाऊ क्षेत्रों में कृषि उत्पादन चरमरा रहा है, जिससे खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण आजीविका को खतरा पैदा हो रहा है।
ईरान में पांच साल से पड़ रहा सूखा
जल कंपनी के प्रबंध निदेशक बेहजाद पारसा ने रविवार को इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज़ एजेंसी के फ़ारसी प्लेटफ़ॉर्म (IRNA) को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अमीर कबीर बांध का जल भंडार घटकर 14 मिलियन क्यूबिक मीटर रह गया है, जो हाल के वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर है। उन्होंने आगे कहा कि तेहरान के बांधों में पानी का प्रवाह पिछले जल वर्ष की तुलना में 43 प्रतिशत कम हो गया है, जिसका कारण वर्षा में 100 प्रतिशत की गिरावट और लगातार पांच वर्षों से सूखे के कारण प्रांत के जल संसाधनों पर गंभीर दबाव है।
तेहरान में सिर्फ दो हफ्ते तक सप्लाई लायक पानी बचा
ईरान वायर ऑनलाइन समाचार आउटलेट के अनुसार, तेहरान के प्रमुख जलाशयों में से एक अमीर कबीर बांध में वर्तमान में केवल इतना ही पानी है कि राजधानी को दो सप्ताह से भी कम समय तक आपूर्ति की जा सके। इस फारसी प्लेटफॉर्म ने रविवार को ईरान के राष्ट्रीय जलवायु एवं सूखा संकट प्रबंधन केंद्र के प्रमुख, अहद वजीफेह के हवाले से कहा कि दर्ज आंकड़े दर्शाते हैं कि ईरान वर्षा के मामले में "57 वर्षों में सबसे खराब शरद ऋतु" का अनुभव करने के कगार पर है।
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