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पाकिस्तान सीमा पर भारत और तालिबान का जोरदार युद्धाभ्यास, त्रिशूल अभ्यास Vs अफगान सेना, दोतरफा फंसे मुल्ला मुनीर

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काबुल/नई दिल्ली: पाकिस्तान, जो इस्लामिक आतंक का ग्लोबल सप्लायर है, उसे अब उसी की भाषा में जवाब दिया जा रहा है। भारत ने साफ कर रखा है कि किसी भी आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार होगा और ऑपरेशन सिंदूर जारी है, वहीं अफगानिस्तान ने भी साफ कर दिया है कि अगर पाकिस्तान, कोई भी दुस्साहस करता है, तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया है। यानि, असीम मुनीर, जो इन आतंकियों का मास्टरमाइंड है, वो फंस चुका है। एक तरफ भारत तो दूसरी तरफ तालिबान और बीच में फंस गया है पाकिस्तान...।

दरअसल, भारत और अफगानिस्तान, दोनों ने करीब एक ही समय पर पाकिस्तान की सीमाओं के पास बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास शुरू किए हैं, जिसका मकसद पाकिस्तान को चेतावनी देना है, कि वो अपनी आदतें सुधार ले। भारत ने राजस्थान और गुजरात समेत देश के कई हिस्से में 'त्रिशूल' नाम से त्रि-सेवा सैन्य अभ्यास आरंभ किया है, जबकि अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने कंधार और लोगर प्रांतों में विशेष बलों के साथ युद्धाभ्यास किया है। ये दोनों अभ्यास पाकिस्तान को साफ शब्दों में संदेश है कि अगर अब उसने आतंकी हरकत बंद नहीं की तो उसके पश्चिमी और पूर्वी मोर्चों पर तबाही मचा दी जाएगी।

पाकिस्तान की दोनों सीमाओं पर युद्धाभ्यास
भारत ने पाकिस्तान से लगती सीमाओं पर अपनी रणनीतिक और सैन्य क्षमता में तालमेल को चेक करने के लिए 'त्रिशूल' नाम से विशाल त्रि-सेवा (ट्राइ-सर्विस) सैन्य अभ्यास शुरू किया है। यह अभ्यास राजस्थान और गुजरात की सीमाओं पर 12 दिनों तक चरणबद्ध तरीके से आयोजित किया गया है, जो 10 नवंबर तक जारी रहेगा। यह पहली बार है जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान सीमा के इतने करीब इतने बड़े सैन्य अभ्यास को शुरू किया है। 'रिशूल' का मकसद तीनों सेनाओं, थलसेना, नौसेना और वायुसेना की संयुक्त ऑपरेशनल तैयारी और कॉर्डिनेशन को मजबूत करना है। इसका मकसद अचानक हमले या फिर किसी आपातकालीन स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया देने की क्षमता को परखना और उसे तैयार रखना है।

इस अभ्‍यास का सबसे खास पहलू यह है कि इसे कश्मीर के बजाय कच्छ और सर क्रीक क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है। सर क्रीक को लेकर पाकिस्तान ने हाल ही में कई विवादित बयान दिए हैं और इस क्षेत्र में अपने सैन्य ढांचे को मज़बूत करने की कोशिशें तेज की हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने यहां बंकर, रडार स्टेशन और फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस बनाए हैं, जिनका इस्तेमाल ड्रोन और अन्य हथियारों के प्रक्षेपण के लिए किया जा सकता है। पिछले महीने पाकिस्तानी नौसेना के प्रमुख एडमिरल नवीद अशरफ ने सर क्रीक का दौरा कर भारत के खिलाफ उत्तेजक बयान दिए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की तीनों सेनाओं के अभ्यास में राफेल फाइटर जेट, Su-30MKI लड़ाकू विमान, T-90 टैंक, सी गार्डियन और हेरॉन ड्रोन, ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम और आकाश NG सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें शामिल की गई हैं। वहीं, नौसेना की तरफ से कोलकाता क्लास डेस्ट्रॉयर (INS कोलकाता, INS कोची और INS चेन्नई) और नीलगिरी-क्लास फ्रिगेट्स तैनात की गई हैं, जिनमें एडवांस रडार, सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम मौजूद हैं।

अफगानिस्तान ने भी खोला पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा
सबसे खास बात ये है कि पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर पर, अफगानिस्तान भी भारतीय सेना के अभ्यास के समय ही अपने विशेष बलों के साथ बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास कर रहा है। अफगान सेना ने कंधार और लोगर प्रांतों, जो डूरंड लाइन पर स्थित हैं, उस क्षेत्र में हवाई और जमीनी अभियानों का प्रदर्शन किया है। तालिबान सरकार की तरफ से जारी वीडियो फुटेज में भारी हथियारों, टैंकों और हेलीकॉप्टरों को दिखाया गया है। यह अभ्यास ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच काफी तनाव है और पिछले महीने की लड़ाई में दोनों तरफ से दर्जनों लोग मारे गये थे। इसीलिए एक्सपर्ट्स का मानना है कि सीमा के दोनों तरफ होने वाले युद्धाभ्यास ने पाकिस्तान को दो तरफा दबाव में ला दिया है। भारत का यह कदम पाकिस्तान को यह सख्त संदेश देने के लिए है, कि यदि उसने किसी भी तरह की उकसाने वाली कार्रवाई की, तो भारत करारा जवाब देने के लिए तैयार है।
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