यूपी बोर्ड रिजल्ट के बाद मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं? जानिए उत्तर प्रदेश के सबसे सस्ते मेडिकल कॉलेज और एडमिशन प्रक्रिया
News India Live,Digital Desk:उत्तर प्रदेश बोर्ड के नतीजे घोषित हो गए हैं। अब छात्र अपनी उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों की तलाश में जुट गए हैं। यदि आप मेडिकल के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं राज्य के सबसे सस्ते मेडिकल कॉलेजों के बारे में और यह भी समझते हैं कि एडमिशन की प्रक्रिया क्या है।
उत्तर प्रदेश के सबसे सस्ते मेडिकल कॉलेज1. किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU), लखनऊ
- फीस: लगभग 2.50 लाख रुपये
- प्रतिष्ठित कॉलेज, बेहतर करियर अवसर
2. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी
- फीस: लगभग 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष
- यूजी, पीजी और IIT की पढ़ाई उपलब्ध
3. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU), अलीगढ़
- फीस: लगभग 2.2 लाख रुपये
- मेडिकल की पढ़ाई के लिए प्रसिद्ध
4. उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस, सैफई
- फीस: 81,000 रुपये प्रति वर्ष
- MBBS, BDS सहित अन्य मेडिकल कोर्स
5. AIIMS, गोरखपुर
- फीस: मात्र 6100 रुपये
- उच्च स्तरीय पढ़ाई और बेहतरीन सुविधाएं
6. संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SGPGI), लखनऊ
- NIRF रैंकिंग 2024 में 6वां स्थान प्राप्त
- प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान
उत्तर प्रदेश में कुल 78 मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें 43 सरकारी मेडिकल कॉलेज, 2 AIIMS, 2 केंद्रीय विश्वविद्यालय, 1 डीम्ड विश्वविद्यालय और 35 निजी कॉलेज शामिल हैं। राज्य में MBBS की करीब 11,200 सीटें हैं, जिसमें लगभग 5,150 सरकारी और 6,050 निजी मेडिकल कॉलेजों में हैं।
एडमिशन प्रक्रियाउत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन NEET परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर होता है। NEET की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेना पड़ता है, जिसके माध्यम से उन्हें कॉलेजों में सीट आवंटित की जाती है।
You may also like
परेश रावल का दावा- पेशाब पीने से हुए थे ठीक, क्या मूत्र पीने से बीमारी या चोट ठीक हो सकती है?
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मुस्लिम महिला का विवादास्पद वीडियो
ट्रंप के नागरिकता फैसले से गर्भवती महिलाओं में चिंता
जारवा जनजाति: गोरी संतान के लिए मातम और काली संतान की प्रार्थना
रायबरेली की सेवा में निरंतर समर्पित रहूंगा, संसदीय क्षेत्र के दौरे का दिन सार्थक और प्रेरणादायी रहा : राहुल गांधी