धमतरी, 18 मई . आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का खेती-किसानी में उपयोग करने के तरीके सिखाने के लिए जिले में चयनित किसानों और अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है. कुरूद की स्वयं सेवी संस्था के प्रशिक्षण केन्द्र में लगभग 20 किसानों और इतने ही अधिकारियों को खेती के लिए एआई तकनीकों के उपयोग के तरीके सिखाए जा रहे हैं.
इन सभी प्रशिक्षित किसानों और अधिकारियों को जिले में मास्टर ट्रेनर का दर्जा दिया जाएगा और इनके माध्यम से ही अन्य किसानों को भी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग कर खेती-किसानी में जोखिम कम करने और आय बढ़ाने के गुर सिखाए जाएंगे. कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने आज रविवार को इस प्रशिक्षण में सीईओ रोमा श्रीवास्तव के साथ शिरकत की. उन्होंने प्रशिक्षण में शामिल किसानों से इसकी उपयोगिता के बारे में भी बात की और उनका हौसला बढ़ाया.
प्रशिक्षण के दौरान किसानों को ड्रोन के माध्यम से फसलों में उर्वरक और कीटनाशक छिड़काव का डेमोस्ट्रेशन भी दिखाया गया. किसानों ने इस प्रशिक्षण को उपयोगी और खेती की लागत कम करने में कारगर बताया. पहले से ही मौसम की जानकारी, जमीन में उर्वरा शक्ति और पोषक तत्वों की जानकारी मिलने से खेती में होने वाली आसानी और फायदे भी बताए. किसानों ने इस प्रशिक्षण को सिंचाई, निंदाई-गुड़ाई आदि कार्याें के लिए भी पहले सही सूचित करने में फायदेमंद बताया. प्रशिक्षण के दौरान किसानो-अधिकारियों को खेत में स्वाईल सेंसर और क्लाईमेट सेंसर लगाकर उनके उपयोग का व्यवहारिक ज्ञान भी दिया गया. इस परियोजना के लिए विकासखंड कुरूद के बानगर, चोरभट्ठी, भुसरेंगा, गाड़ाडीह, राखी, चरमुड़िया, भखारा, मंदरौद गांवों, विकासखंड धमतरी के संबलपुर, पोटियाडीह, लोहरसी गांवों का चयन किया गया है. नगरी विकासखंड के सांकरा, कुकरेल और मगरलोड विकासखंड का कुंडेल गांव भी इसमें शमिल है.
—————
/ रोशन सिन्हा
You may also like
पहले अमेरिकी पोप लियो चौदहवें ने संभाली कमान, दिया एकता का संदेश
कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 में जान्हवी कपूर का डेब्यू
Ata Thambaycha Naay!: एक प्रेरणादायक फिल्म जो मुंबई के श्रमिकों की कहानी बयां करती है
महाकुंभ के दौरान ट्रेन में तोड़फोड़ की घटना, सुरक्षा पर उठे सवाल
सड़क हादसे में युवक की जान बचाने वाली सर्जरी: डॉक्टरों ने किया चमत्कार