भागलपुर, 12 अगस्त (Udaipur Kiran) । बिहार में भागलपुर जिले में बाढ़ की स्थिति भयावह बनती जा रही है। जिले के रंगरा प्रखंड के साधोपुर स्थित जमींदारी बांध मंगलवार को ध्वस्त हो गया।
बांध के ध्वस्त हो जाने से कोसी नदी का पानी तेजी से निचले इलाकों में फैलने लगा है। बांध टूटने के साथ ही आसपास के गांवों में अफरा-तफरी मच गई है। ग्रामीणों के अनुसार, बांध में पिछले कई दिनों से पानी का दबाव बढ़ रहा था, लेकिन इसकी मरम्मत या मजबूती के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
सुबह अचानक बांध के एक बड़े हिस्से के टूट जाने से भारी मात्रा में पानी का तेज बहाव साधोपुर की ओर शुरू हो गया। पानी के तेज बहाव के कारण निचले क्षेत्रों के घरों, खेतों और सड़कों पर बाढ़ का पानी घुसने लगा है। सबसे पहले प्रभावित होने वाले गांवों में साधोपुर के साथ-साथ बनिया, भवानीपुर और आसपास के छोटे-छोटे बस्तियां शामिल हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पानी का यह बहाव इसी रफ्तार से जारी रहा तो आने वाले घंटों में नवगछिया शहर भी इसकी चपेट में आ सकता है। इसके अलावा, स्थिति नियंत्रण में नहीं रही तो राष्ट्रीय राजमार्ग 31 (एनएच-31) भी प्रभावित हो सकता है। जिससे न केवल स्थानीय यातायात बल्कि दूरगामी मार्गों पर भी आवागमन ठप पड़ने की आशंका है।
गांवों में रह रहे लोगों ने अपने-अपने घरों से सामान निकालना शुरू कर दिया है। कई परिवार सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग विशेष रूप से भयभीत हैं। क्योंकि बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है और कई जगहों पर इसकी गहराई बढ़ती जा रही है। पशुपालकों के सामने भी बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है, क्योंकि मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना मुश्किल हो रहा है। स्थानीय प्रशासन ने मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सीओ और पुलिस टीम के साथ-साथ नावों की व्यवस्था की जा रही है, ताकि फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला जा सके।
जल संसाधन विभाग के इंजीनियर बांध की टूट-फूट की जगह पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं, लेकिन तेज धारा के कारण मरम्मत कार्य शुरू कर पाना कठिन हो रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यदि बांध की समय पर मरम्मत की जाती और कमजोर हिस्सों को मजबूत किया जाता तो यह स्थिति नहीं बनती। वहीं, प्रशासन का कहना है कि आपातकालीन स्तर पर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि पानी के फैलाव को रोका जा सके और प्रभावित इलाकों में लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। अगर हालात पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो यह बाढ़ साधोपुर, बनिया, भवानीपुर, नवगछिया और एनएच-31 के साथ-साथ आसपास के और भी कई इलाकों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।—————
(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
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