गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के एचएसबी में ‘पाइथन’ पर दो दिवसीय कार्यशाला शुरूहिसार, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के Haryana स्कूल ऑफ बिजनेस (एचएसबी) में डेटावर्स क्लब द्वारा आईईसीएस एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के सहयोग से एमबीए बिजनेस एनालिटिक्स के विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय ‘पाइथन’ कार्यशाला का शुभारंभ किया गया.विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने साेमवार काे अपने संदेश में कहा कि आज के डेटा-संचालित युग में पाइथन जैसी भाषाएं केवल तकनीकी उपकरण नहीं, बल्कि आधुनिक व्यावसायिक निर्णय लेने की आधारशिला बन चुकी हैं. इस प्रकार की कार्यशालाएं विद्यार्थियों को न केवल तकनीकी दक्षता प्रदान करती हैं बल्कि उन्हें डेटा-संचालित निर्णय लेने की व्यावहारिक समझ भी देती हैं. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पहल विद्यार्थियों को भविष्य के उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करने में मील का पत्थर साबित होगी.एचएसबी के डीन एवं निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि व्यवसाय शिक्षा अब केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित नहीं है. आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में कोडिंग और डेटा विश्लेषण जैसे कौशल विद्यार्थियों को रोजगार के नए अवसर प्रदान करते हैं. पाइथन जैसी बहुपयोगी भाषा विद्यार्थियों को डेटा विश्लेषण, स्वचालन और मशीन लर्निंग जैसे क्षेत्रों में सक्षम बनाती है. डेटावर्स क्लब के मेंटोर डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि क्लब का उद्देश्य विद्यार्थियों को तकनीकी दक्षता के साथ-साथ उद्योग की बदलती आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करना है. इस प्रकार की कार्यशालाएं विद्यार्थियों को कक्षा से परे जाकर वास्तविक जीवन की समस्याओं को सुलझाने का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करती हैं.
कुसुम ने मंच संचालन किया. डेटावर्स क्लब की टीम में शामिल अध्यक्ष मोहित प्रकाश गुप्ता, प्रेरणा सिंह तथा प्रमुख सदस्य अंकित, नवीन व आशीष सहित ने आयोजन की तैयारियों, समन्वय तथा प्रतिभागियों के अनुभव को उत्कृष्ट बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई.
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
You may also like
7 अक्टूबर: खून और संघर्ष की कहानी, इतिहास के पन्नों पर छपी वो तारीख जिसे दुनिया भूलना चाहती है
उत्तर प्रदेश को वैश्विक फूड बास्केट बनाना हमारा संकल्प : सीएम योगी
क्या मोहित मालिक ने भगवान शिव का किरदार निभाने का फैसला खुद किया या उन्हें चुना गया?
किराए के कमरे में रहता था शख्स,` पीछे-पीछे आई पत्नी, रूम का नजारा देख हुई बेहोश
दुखी लोगों के साथ सोकर सुकून देती` है उन्हें ये महिला, एक घंटे के लेती है इतने रुपए