रांची,20 अगस्त (Udaipur Kiran) । भाजपा प्रदेश कार्यालय में बुधवार को सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच के लिए गठित सात सदस्यीय टीम की बैठक बुधवार को हुई।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी,पूर्व सांसद सुनील सोरेन,प्रदेश प्रवक्ता अमित मंडल और अनीता सोरेन उपस्थित थे। बैठक में जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जो प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को सौंपा जाएगा।
बाद में मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि ललमटिया दौरे पर जाने के बाद टीम ने सूर्या हांसदा के परिजनों और वहां के प्रबुद्ध लोग और स््थानीय जनता से घटना के संदर्भ में जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि सभी ने स्पष्ट तौर पर आशंका जाहिर की है कि सूर्या हांसदा का इनकाउंटर फर्जी है और यह साजिश के तहत की गई हत्या है।
उन्होंने कहा कि हांसदा अवैध उत्खनन और भ्रष्टाचार का हमेशा विरोध करते थे। उनका परिवार रूढ़िवादी पारम्परिक आदिवासी व्यवस्था का अगुआ है। उनका परिवार मांझी परिवार है ।
उन्होंने कहा कि सूर्या हांसदा अपने आंदोलनों के कारण खनन माफियाओं की आंखों की किरकिरी बने हुए थे। उनके रास्ते में रोड़ा बनकर खड़े थे इसलिए उन्हें रस्ते से हटाने की साजिश रची गई। उन्होंने कहा कि जिस मुकदमे में उनका एनकाउंटर दिखाया जा रहा है उसमे वे नामजद भी नहीं थे।
उन्होंने कहा कि सूर्या हांसदा गरीब बच्चों के मसीहा थे। सैकड़ों बच्चों की शिक्षा की चिंता करते थे। आज वे बच्चे अनाथ महसूस कर रहे थे। मुंडा ने कहा कि भाजपा सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की लड़ाई को अंतिम दम तक लड़ेगी। पार्टी परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में पार्टी ठोस आंदोलन कार्यक्रम की घोषणा करेगी।
—————
(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
You may also like
40-50 की उम्र पार कर चुके बॉलीवुड के ये दस कुंवारेˈ स्टार्स हैं हैप्पिली सिंगल कुछ ने प्यार करने के बाद भी नहीं बसाया घर
साहब..! मेरा भाई मुझसे जबरदस्ती करता है ये काम! मां कहतीˈ है चुपचाप कराती रहो युवती ने दर्ज कराया मामला इलाके में मचा हड़कंप
100 रोटी 6 देसी मुर्गे 10 लीटर दूध अकेले चट करˈ जाता था ये पहलवान आज तक नहीं हारी एक भी लड़ाई
डेब्यू किया और अब बैन का खतरा... ऐसा बॉलिंग एक्शन कि शुरू होते ही खत्म हो जाएगा इस गेंदबाज का करियर
गाजा सिटी पर कब्जे के लिए इजरायल का सैन्य अभियान शुरू, बाहरी इलाकों पर किया नियंत्रण, 80000 रिजर्व सैनिक बुलाए जाएंगे