नालंदा, 03 मई . जिले में पशुपालन विभाग द्वारा आज शनिवार से एफएमडी (फुट एंड माउथ डिजीज) टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है.
इस अवसर पर जिला पशुपालन कार्यालय में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य पूनम सिन्हा विशेष रूप से उपस्थित रहीं. उन्होंने पशुपालकों से अपील की है कि वे अपने मवेशियों को समय पर टीका लगवाकर उन्हें सुरक्षित रखें.एफएमडी एक विषाणु जनित रोग है जो मुख्य रूप से गाय, भैंस, बकरी, सुअर तथा अन्य खुर वाले पशुओं को प्रभावित करता है. यह बीमारी एक संक्रमित पशु से दूसरे स्वस्थ पशु में बहुत तेजी से फैलती है.
हालांकि इससे पशुओं की मृत्यु दर कम होती है लेकिन दूध उत्पादन में भारी गिरावट और पशुओं की कार्यक्षमता में कमी के कारण पशुपालकों को आर्थिक रूप से गंभीर क्षति होती है.सरकार इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए प्रत्येक वर्ष दो बार इस टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन करती है.
इस बार के अभियान में जिले के सभी पंचायतों और गांवों में पशु चिकित्सकों एवं सहयोगियों की मदद से घर-घर जाकर मवेशियों को टीका लगाया जाएगा.इस मौके पर जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि “टीकाकरण ही एफएमडी से बचाव का प्रभावी उपाय है. हम सभी पशुपालकों से अपील करते हैं कि वे जागरूक बनें और अपने मवेशियों को अनिवार्य रूप से टीका लगवाएं.कार्यक्रम में उपस्थित पूनम सिन्हा ने भी लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुपालन की अहम भूमिका है. यदि हमारे पशु स्वस्थ रहेंगे तो परिवार की आय भी सुरक्षित रहेगी. ऐसे में यह जरूरी है कि हम समय पर टीकाकरण अवश्य कराएं.
—————
/ प्रमोद पांडे
You may also like
दुनिया का सबसे शक्तिशाली चुंबक बनकर तैयार, क्लीन एनर्जी की दिशा में बड़ा कदम, जानें भारत का इसमें कितना अहम रोल
IPL 2025 : गुजरात टाइटंस का यह खिलाड़ी पाया गया नशा करने का दोषी, हो गई लंबी छुट्टी...
मशहूर एक्ट्रेस का डरावना लुक देख चौंक गए फैंस! इसकी पहचान करना भी मुश्किल
श्री लैराई 'जात्रा' के दौरान मची भगदड़ 7 लोगों की मौत कई दर्जन घायल
IPL 2025: कोहली-शेफर्ड का धमाका, शेफर्ड ने खलील को एक ओवर में जड़े 33 रन, RCB ने चेन्नई को दिया 214 का टारगेट